मोदी ने PM विश्वकर्मा योजना लॉन्च की:13 हजार करोड़ का फंड,18 पारंपरिक व्यवसायों से जुड़े लोगों को फायदा होगा

मोदी ने PM विश्वकर्मा योजना की घोषणा की

10 लाख से अधिक कारीगरों को मिलेगी सहायता

योजना का उद्देश्य

कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना

योजना का उद्देश्य कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाना है। इसके तहत 10 लाख से अधिक कारीगरों को प्रशिक्षण, वित्तीय सहायता और अन्य सुविधाएं प्रदान की जाएंगी।

– योजना के लाभ

योजना के लाभ

योजना के तहत मिलने वाले लाभों में शामिल हैं: – प्रशिक्षण – वित्तीय सहायता – उपकरण और मशीनरी की खरीद के लिए सब्सिडी – मार्केटिंग सहायता – सरकारी खरीद में प्राथमिकता

योजना की पात्रता

योजना के लिए पात्र होने के लिए कारीगरों को निम्नलिखित शर्तों को पूरा करना होगा: – वे भारत के नागरिक होने चाहिए। – वे किसी भी कारीगर समुदाय से संबंधित होने चाहिए। – उनकी आयु 18 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। – वे किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से संबंधित होने चाहिए।

योजना के कार्यान्वयन की प्रक्रिया

योजना का कार्यान्वयन कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय द्वारा किया जाएगा। कारीगरों को योजना के लाभों के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करना होगा।

योजना की शुरुआत

योजना की शुरुआत 15 अगस्त, 2023 को की गई थी।

योजना का बजट

योजना के लिए 10,000 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है।

योजना की प्रतिक्रिया

योजना की शुरुआत के बाद से, कारीगरों और श्रमिक संगठनों ने इसे स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह योजना कारीगरों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद करेगी।

योजना का महत्व

योजना का महत्व निम्नलिखित है:यह कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी। यह कारीगर समुदायों को बढ़ावा देगी। यह रोजगार के अवसर पैदा करेगी।

निष्कर्ष

PM विश्वकर्मा योजना एक महत्वपूर्ण योजना है जो कारीगरों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगी। इस योजना से कारीगर समुदायों को भी बढ़ावा मिलेगा और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।